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Article Details :: |
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| Article Name : | | | कन्हैया लाल सेठिया की कविताओं में जीवन दर्शन | | Author Name : | | | रेखा शेखावत | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ISRJ-419 | | Article URL : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | मनुष्य की सर्वोत्तम कृति साहित्य है और साहित्य की सभी विधाओं में मानव के चिंतन और भाव लहरियों को शब्दबद्ध किया जाता है | साहित्य की सर्वाधिक भाव प्रवण विधा काव्य का उद्भव भावों के गतिशील सहज उच्छलन से होता है | लयात्मक्ता और गेयता काव्य की अपनी पहचान है | | | Keywords : | | - कन्हैया लाल
- जीवन दर्शन
- साहित्य
- मानव
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