इस लिए गए विशय के माध्यम से भारत के ग्रंथालयों में अनुवाद सेवा की आवष्यकता एवं समस्याओं के बारे में वर्णन किया गया है।
आज के इस वर्तमान युग में भाशा की समस्या एक गंभीर समस्या उभर कर सामने आया है जो इसी के साथ-साथ भाशा की आवष्यकता भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
आप परिचित होंगे कि भाशा का ज्ञान होना भी अति आवष्यक है और अपने दैनिक जीवन में इसका ग्रहण करना भी लाभदायक सिद्ध होता है। जहाँ भाशा की समस्या उत्पन्न होता है वहाँ अनुवाद सेवा का प्रारंभ होता है। साहित्य के बढ़ते क्रम को देखकर भाशा का ज्ञान शोधकर्ताओं एवं विषेशज्ञों की शोध में अनुवाद सेवा की समस्या एवं आवश्यकता भारत देष में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
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